Online Gaming Bill 2025 लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में पास हो चुका है और इसके बाद रियल मनी गेम्स से जुड़ी कंपनियों के शेयरों में गिरावट देखने को मिल रही है, तो वहीं Dream 11 जैसे बड़ी कंपनियों ने अपना बोरिया बिस्तर समेटने की तैयारी कर ली है.सरकार का ऑनलाइन गेमिंग बिल (Online Gaming Bill 2025) लोकसभा के बाद राज्यसभा में भी पास हो गया. इस बिल के चलते ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री में हड़कंप मचा हुआ है और खासतौर पर रियल मनी गेम्स (Real Money Games) कारोबार से जुड़ी कंपनियों में सहमी हुई है. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इस सेक्टर की दिग्गज ड्रीम 11 (Dream11) ने अपना बोरिया बिस्तर समेटने की तैयारी कर ली है. Dream11 के करोड़ों यूजर्स को झटका ऑनलाइन गेमिंग बिल को सदन की मंजूरी मिलने के बाद ऑनलाइन गेमिंग कारोबार से जुड़ी दिग्गज कंपनी Dream11 ने आनन-फानन में अपनी रियल-मनी गेमिंग यूनिट को बंद करने का फैसला कर लिया है. बिजनेस टुडे को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, ड्रीम11 अपने असली पैसे वाले गेमिंग बिजनेस को बंद कर रहा है, क्योंकि सरकार का नया गेमिंग विधेयक भुगतान वाले Online Games पर कानूनी आधार से रोक लगाता है. इससे ड्रीम-11 प्लेटफॉर्म पर रजिस्टर्ड 28 करोड़ से ज्यादा यूजर्स को बड़ा झटका लगा है. CEO बोले- ‘अब कोई रास्ता नहीं बचा…’फैंटेसी गेमिंग कंपनी ड्रीम 11 साल 2008 में शुरू की गई थी और इसके फाउंडर्स हर्ष जैन और भावित शेठ हैं. इस प्लेटऑर्म की लोकप्रियता बढ़ने और 28 करोड़ से ज्यादा यूजर बेस ने इसे भारत का टॉप फैंटेसी स्पोर्ट्स प्लेटफॉर्म बना दिया. अगर कमाई की बात करें, तो सिर्फ FY24 में ही इसने लगभग 9,600 करोड़ रुपये का रेवेव्यू दर्ज किया और रिपोर्ट्स की मानें तो 90% के आसपास राजस्व ड्रीम11 के रियल-मनी कॉन्टेस्ट से ही आता है. इसमें क्रिकेट से जुड़े गेम्स का बड़ा योगदान रहा. संसद के दोनों सदनों में सरकार का ड्रीम स्पोर्ट्स के सीईओ हर्ष जैन ने एक इंटरनल नोट में प्लेटफॉर्म की रियल मनी गेम्स यूनिट से जुड़े कर्मचारियों को बताया कि नया कानून लागू होने के बाद ड्रीम11 के भुगतान आधारित गेम्स को जारी रखने का कोई रास्ता नहीं है. बिजनेस टुडे को सूत्रों ने बताया है कि कंपनी ने इससे जुड़े परमानेंट और कॉन्ट्रैक्ट बेस्ड सभी कर्मचारियों होने वाले बदलाव के बारे में स्पष्ट तौर पर बता दिया है. तेजी से बढ़ती गई ड्रीम-11 की वैल्यूएशनDream11 का कारोबार इसकी शुरुआत के बाद से तेजी से बढ़ा और साल 2021 तक आते-आते इसकी वैल्यूएशन 8 अरब डॉलर तक पहुंच गई थी. इस प्लेटफॉर्म को टाइगर ग्लोबल, क्रिसकैपिटल, मल्टीपल्स और टीसीवी का समर्थन प्राप्त है. हालांकि, रियल गेम्स यूनिट को बंद करने के लेकर अभी तक कंपनी की ओर से आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है और कंपनी की ओर से कहा जा रहा है कि ड्रीम11 ऐप फिलहाल काम कर रहा है. क्यों डरी हुई है गेमिंग इंडस्ट्री? ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री लोकसभा के बाद राज्यसभा में पास हुए केंद्र सरकार का ऑनलाइन गेमिंग संवर्धन एवं विनियमन विधेयक 2025 से सहमी हुई है. इससे जुड़ी कंपनियों के शेयरों में लगातार गिरावट भी देखने को मिल रही है. दरअसल, इस बिल में ऐसे प्रावधान हैं, जिनका डर साफ देखने को मिल रहा है.Online Gaming Bill 2025 रियल मनी पेमेंट पर आधारित फैंटेसी स्पोर्ट गेम्स, पोकर और रमी पर पूर्ण प्रतिबंध लगाता है. इसमें सिर्फ E-sports और सोशल गेमिंग की अनुमति शामिल हैं और तय किए गए नियमों का उल्लंघन करने पर तीन साल की जेल या 1 करोड़ रुपये जुर्माने का प्रावधान रखा गया है.
