
द एक्सपोज मीडिया ग्रुप/मुस्ताक कुरैशी/क्राईम डेस्क/ सक्ती – जिले के ग्राम करही मे स्थित महानदी रेत घाट इन दिनों खूब चर्चा मे है, दरअसल करही मे रेत का अवैध गोरखधंधा आज का नही बल्कि बीते कई सालों से कुछ माफियाओं द्वारा किया जाता रहा है। जिसकी मीडिया मे लगातार खबरें लग रही हैं ।
क्या करही की पूरी कहानी समझे स्टेप बॉय स्टेप
1. माफियाओं के आतंक की कहानी – करही मे रेत माफियाओं का आतंक इस कदर हावी है , कि जब अवैध उत्खनन को लेकर स्थानीय पंचायत ने विरोध किया तो पंचायत के परिवार के सदस्यों के साथ ये माफिया मारपीट मे उतारू हो गए , और पुलिस में फर्जी शिकायत कर फंसाने की धमकी देकर थाने मे मामला सेटल कर लिया । यहां तक कि किसी पत्रकार के करही जाने पर मारपीट की धमकी माफियाओं द्वारा दिया जाता रहा है ।
2. विपक्ष की भूमिका पर भी सवाल – करही रेत घाट अवैध उत्खनन से राजनीतिक अखाड़ा भी बन चुका है । दरअसल करही में रेत उत्खनन को लेकर कुछ महीने पहले कुछ नेताओं ने अचानक रात मे करही पहुंच कर संबंधित अधिकारियों को रात मे बुलाकर कार्यवाही कराया था … लेकिन कुछ दिन बाद फिर उत्खनन शुरू होने पर इन नेताओं की चुप्पी पर सवाल खड़ा होना लाजमी है ।
3. सख़्त हुए अधिकारी, कर दी गई फर्जी शिकायत – जब संबंधित अधिकारियों ने करही मे रेत माफियाओं पर कार्यवाही सख़्त की लगातार मशीनों को सील करते गए ,तब पहले तो सील किए गए मशीनों को तोड़कर उत्खनन करने लगे और जब अधिकारियों ने FIR के लिए पत्र लिखा तब अधिकारियों के खिलाफ ही ये माफिया फर्जी शिकायत करने लगे।

4. कार्यवाही के लिए पत्र vs फर्जी शिकायत पत्र – हसौद तहसीलदार ने करही मे हो रहे अवैध उत्खनन पर कलेक्टर को पत्र लिख कर बताया था कि करही मे रेत माफियाओं से निपटने के लिए जिला स्तर से माइनिंग,राजस्व और पुलिस की एक संयुक्त टीम बनाई जाए ताकि माफियाओं पर कड़ी कार्यवाही संभव हो सके । तो वहीं एक पत्र कलेक्टर कार्यालय मे रामकुमार नाम के व्यक्ति ने करही मे रेत उत्खनन पर तहसीलदार और माइनिंग अधिकारी के मिली भगत का आरोप लगाकर शिकायत किया था , और शिकायत की कॉपी सोशल मीडिया मे वायरल कर दी गई , लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस नाम का कोई व्यक्ति करही मे रहता ही नही, जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि शिकायत किसी खास मकसद से किया गया था ।
5. करही के पर्दे के पीछे के असली माफिया कौन – करही रेत घाट मे आरोप प्रत्यारोप के बीच सबसे बड़ा सवाल यही है कि रेत के अवैध कारोबार मे शामिल माफियाओं का प्लान , उगाही ही है । और आने वाले समय मे फिर से अवैध उत्खनन शुरू होते ही साफ हो जाएगा कि करही मे अवैध उगाही करने वालों मे पर्दे के पीछे का असली चेहरा कौन है। जिसका खुलासा भी हम जल्द ही करेंगे ।